प्रियंबदा सहाय:
क्या आप भी अपना बिजनेस या कोई स्टार्टअप शुरु करना चाहती हैं? तो इसके लिए जरुरी है कि आपको यह पता हो कि आपके लिए क्या विशेष योजनाएं चल रही हैं और बैंकों के पास आपके लिए क्या ऑफर है? महिला शक्तिकरण के लिए कई बैंकों के ज़रिए विशेष स्कीम चलाई जा रही है. सरकार ने नए वुमन इंटरप्रन्योर तैयार करने के लिए बैंकों में कई स्पेशल लोन की शुरूआत की है.
पिछले दो दशकों में महिलाओं के प्रभुत्व वाले बिजनेस की संख्या दोगुनी हो चुकी है. बैंक लगातार स्पेशल लोन आकर्षक ब्याज दर पर उपलब्ध करा रहे हैं. कई बैंक तो बिजनेस वुमन के लिए ख़ास काउसेलिंग सेशन भी कराते हैं ताकि बैंक और उनके रिश्ते को मज़बूती मिल सके. साथ ही उन्हें अपने बिजनेस को प्रमोट कराने के गुर भी सिखाए जाते हैं.
जानिए महिलाओं के लिए बैंकों के ख़ास लोन प्रोग्राम क्या हैं?
महिला उद्यम निधि स्कीम
पंजाब नेशनल बैंक की ओर से चलाई जा रही इस योजना के तहत लघु उद्योग से जुड़ी महिलाओं को सस्ते लोन मुहैया कराने का लक्ष्य रखा जाता है. इसके तहत महिलाओं को 10 लाख रुपए तक का लोन मिल सकता है जिसे 10 सालों में चुकाया जा सकता है. कैटरिंग, ब्यूटी पार्लर, डे केयर सेंटर शुरु करने, ऑटो रिक्शा, टू व्हीलर या कार के लिए क़र्ज़ मिल सकता है.
सेंट कल्याणी स्कीम
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से महिलाओं के लिए यह ख़ास योजना चलाई जा रही है. गांवों और कॉटेज इंडस्ट्री से जुड़ी महिला, लघु व मध्यम दर्जे के इंटरप्राइजेज, स्वरोज़गार करने वाली महिलाएं, रिटेल और कृषि क्षेत्र के लिए है. इसके तहत सरकारी योजनाओं के लिए क्षेत्रवार अलग-अलग दरों पर क़र्ज़ उपलब्ध कराया जाता है जो कि सामान्य से काफ़ी रियायती होती है.
उद्योगिनी स्कीम
पंजाब एंड सिन्ध बैंक की ओर से चलाई जा रही इस योजना में कम ब्याज दर पर फ्लेक्सी टर्म में क़र्ज़ दिया जाता है. यह लोन कृषि से जुड़ी गतिविधियों रिटेल और छोटे बिजनेस के लिए लाभदायी है.
देना शक्ति स्कीम
देना बैंक के ज़रिए बिजनेस के लिए लोन लेने पर महिलाओं को ब्याज दर में ०.25 फ़ीसदी की रियायत दी जाती है. इसके तहत कृषि क्षेत्र, मैन्युफ़ैक्चरिंग, माइक्रो क्रेडिट, रिटेल स्टोर और लघु उद्यम को प्रोत्साहित करने को क़र्ज़ दिया जाता है.
भारतीय महिला बैंक
इस बैंक के ज़रिए महिला उद्यमियों को सहायता और प्रोत्साहन ख़ासतौर पर मुहैया कराई जा रही है. यह बैंक रिटेल क्षेत्र के लिए क़र्ज़, संपत्ति के बदले क़र्ज़, माइक्रो लोन और एसएमई लोन विशेष रूप से उपलब्ध कराती है.
अन्नपूर्णा स्कीम
फ़ूड व कैटरिग बिजनेस करने वाली महिलाओं के लिए ख़ासतौर पर इस योजना की शुरु किया गया है. इसके तहत अधिकतम 50 हज़ार का कर्ज बैंक देता है. जिसे 36 माह की क़िस्तों में चुकाया जा सकता है. वही लोन मिलने के बाद एक माह के लिए इएमआई फ़्री पीरिएड भी दिया जाता है. हां इस क़र्ज़ के लिए गारंटर की जरुरत पड़ती है.
स्त्री शक्ति पैकेज
किसी बिजनेस में 5० फ़ीसदी हिस्सेदारी महिला के होने पर यह पैकेज स्टेट बैंक के ज़रिए उपलब्ध कराया जाता है. इस क़र्ज़ पर आधा फ़ीसदी की रियायत दी जाती है. हालांकि इसके लिए क़र्ज़ की राशि दो लाख रूपए से ज़्यादा होना ज़रूरी है. ऐसी महिलाएं जो बिजनेस के लिए राज्य स्तरीय एजेंसियों के ज़रिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम का हिस्सा बनी हो वही इसका लाभ उठा सकती हैं.
तो देर किस बात की बिजनेस वुमन बनना है तो बढाईए बैंक की ओर कदम…