छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर में नक्सलियों से मुकाबला करने के लिए Woman Commander पूरी तरह तैयार हो गई हैं. इन महिला कमांडरों को वो हर आधुनिक ट्रेनिंग दी गई है जिससे वे नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे सकें. जिले में प्रशिक्षित 32 महिला प्रधान आरक्षकों को 10 से 31 जुलाई तक स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है.
स्पेशल ट्रेनिंग के दौरान इन महिला कमांडरो को 20 दिनों में विस्फोटक, आईईडी, बारुदी सुरंगे, आरओपी, एमसीपी, एरिया डॉमिनेशन, मैप रिडिंग से लेकर ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम के बारे में बताया गया है. महिला कमांडरों को मॉर्डन ट्रेनिंग देकर उन्हें नक्सलियों से निबटने के लिए तैयार किया गया है. सभी महिला कमांडो नक्सल अभियान में शामिल होने के लिए उत्साहित हैं और पूरी मेहनत से 20 दिनों की अपनी कड़ी ट्रेनिंग पूरी की है.
महिला कमांडर महिला नक्सलियों से मुकाबला करने में कारगर हो सकती हैं. वे महिला नक्सलियों की तलाशी ले सकती हैं और आसानी से उन्हें पकड़ सकती है. अक्सर जवानों को महिला नक्सलियों को पकड़ने में दिक्कत महसूस होती है. महिला कमांडों साथ में रहेंगी महिला नक्सलियों से निबटने में आसानी होगी. नक्सली अक्सर महिलाओं की आड़ लेकर पुलिस और जवानों पर हमले करते हैं. वे इसलिए महिलाओं को भी अपने साथ रखते हैं कि यदि पुलिस के जवानों के साथ मुठभेड़ हो तो वे महिलाओं को आगे कर सकें. बड़ी संख्या में महिलाएं भी नक्सलवाद की चपेट में है और जंगलों में भागती रहती हैं. हालांकि समय-समय पर महिला नक्सलियों ने सरेंडर किया है और सामान्य जीवन जी रही हैं.