प्रियंवदा सहाय:
Fashion Designing ग्लैमर से भरपूर एक ऐसा करियर है जिसमें आपकी Creativity आपको शिखर पर ले जा सकती है. तो अगर आप नई सोच और फ़ैशन को अपने हिसाब से पेश करने का जज़्बा रखती हैं तो फ़ैशन डिज़ाइनिंग को क्षेत्र में ढेरों संभावनाए हैं.
क्या है योग्यता?
रंगों और डिज़ाइनों के साथ नये प्रयोग करने को इच्छुक उम्मीदवारों को न्यूनतम 12वीं पास करना ज़रूरी है. इसके बाद ही फ़ैशन डिज़ाइनिंग में बैचलर डिग्री, डिप्लोमा मिल सकता है. या फिर बैचलर से आगे मास्टर डिग्री हासिल कर सकते हैं. कला में रुचि के साथ अच्छा Communication Skill भी इसकी महत्वपूर्ण योग्यता है. Fabrics और Accessories के बारे में भी बारीक जानकारी रखना ज़रूरी है.
कहां से करें Fashion Designing का कोर्स
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ैशन टेक्नॉलाजी, नई दिल्ली सबसे प्रतिष्ठित संस्थान है.
इसके अलावा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, अहमदाबाद से भी आप इसका कोर्स कर सकती है.
पर्ल एकेडमी ऑफ फ़ैशन भी नामी संस्थानों में है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ैशन डिज़ाइनिंग, चंडीगढ़ से भी फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया जा सकता है. यह देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक हैं.
इसके अलावा कई और प्राइवेट संस्थानों से भी फैशन डिजाइनिंग का कोर्स आप कर सकती हैं.
Designing Course से मिलने वाला Job
शुरूआत में बतौर ट्रेनी या नए जॉब में न्यूनतम 15 हज़ार रूपरेखा तक आसानी से मिल सकता है. इसके बाद अपने टैलेंट व अनुभव के बल पर जल्द ही पगार 50-60 हज़ार रुपए या इससे अधिक पाया जा सकता है. फ़ैशन डिज़ाइनरों की मांग केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफ़ी है. इसलिए ग्लैमर वर्ल्ड में आपकी मांग कभी कम नहीं होगी. ख़ुद के बुटीक और ब्रांड पेश करने के अलावा एपैरल व एक्सेसरीज़ इंडस्ट्री की कंपनियां फ़ैशन डिज़ाइनरों को हायर करती है. आप कास्ट्यूम डिज़ाइनर, फ़ैशन कोऑर्डिनेटर, पर्सनल स्टाइलिस्ट, क्वालिटी कंट्रोल और फ़ैशन मार्केटिंग के क्षेत्र में भी जॉब तलाश सकती हैं.
देश में फ़ैशन डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में आज क़रीब 25 हज़ार से ज्यादा डिज़ाइनर कार्यरत हैं. जबकि मैन्यूफ़ैक्चरिंग, स्टोन, फैब्रिक के मैनेजमेंट व क्रिएटीविटी में रोज़गार की संभावनाएं भी बढ़ रही है. जिससे इस क्षेत्र में भविष्य सुनहरा हो सकता है.
डिज़ाइनिंग के कुछ अलग-अलग क्षेत्र
क्लोथिंग डिज़ाइनिंग
एक्सेसरीज़ डिज़ाइनिंग
कॉस्ट्यूम्स डिज़ाइनिंग
फुटवेयर डिज़ाइनिंग