#MyFirstBlood की 23वीं कड़ी में आज जानिए वाराणसी के एक गांव की गीता के अनुभव. गीता एक स्वंय सहायता समूह से जुड़ी हैं और अपने परिवार को आर्थिक सहारा दे रही हैं. वे कहती हैं कि उन्हें बचपन से सिखाया गया है कि उन दिनों वे Impure हो जाती हैं इसलिए कुछ नहीं छूना चाहिए.
स्वाती सिंह:
#MyFirstBlood कैंपेन के बारे में बताने के लिए हम पहुंचे थे वाराणसी के एक गांव में चल रहे स्वंय सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के पास. यहां हमें कई महिलाएं मिली जिसने अपने अनुभव हमसे बांटे, लेकिन आज बात गीत की.
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गीता शिव गुरु स्वंय सहायता समूह की सक्रिय सदस्य हैं. जब हमने उनसे पूछा कि पीरियड यानी माहवारी होने पर उन्हें किन निषेधों का पालन करना सिखया गया है तो गीता ने हमें इतनी बातें गिना दी-
1-हम कोई सामान नहीं छूते हैं.
2-देवी-देवता के सामने नहीं जाते.
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3-पूजा पाठ नहीं करती हूं.
4-श्रृंगार का कोई सामान नहीं छूती हूं.
5-अचार नहीं छूती हूं
जब मैंने उनसे पूछा कि आखिर आप ये सामान क्यों नहीं छूती तो उनका जवाब था सब ख़राब हो जाता है. गीता का जवाब जानने के लिए वीडियो जरुर सुनें.