कर्नाटक के कोलार की नंदिनी केआर ने सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया है. अमृतसर के अनमोल शेरसिंह बेदी देशभर में दूसरे और गोपालकृष्णन रोनांकी तीसरे स्थान पर रहे हैं. नंदिनी को यह सफलता चौथे प्रयास में मिली है. 2014 में उनका चयन आईआरएस के लिए हुआ था. 2015 में उन्होंने फिर परीक्षा दी लेकिन सफल नहीं हुई. वे अभी फरीदाबाद में कस्टम,एक्साइज एंड नारकोटिक्स एकेडमी में ट्रेनिंग कर रही हैं.
टॉपर नंदिनी का कहना है कि यह सपने के सच होने जैसा है क्योंकि मैं हमेशा से आईएएस बनना चाहती थी और इस सपने को पूरा करने के लिए जी-जान लगा दिया था. 26 साल की नंदिनी ने बंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री हासिल की है.
वे अब महिलाओं के सश्क्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहती है. उनका कहना है कि समाज में महिलाओं के साथ भेदभाव एक बड़ी समस्या है और वे इसी दिशा में कुछ करना चाहती हैं. सेवा की दृष्टि से कर्नाटक उनकी प्राथमिकता है.
कन्नड़ साहित्य से उन्हें विशेष लगाव है, वे शुरु से ही कन्नड़ साहित्य पढ़ती रही हैं. यूपीएससी की परीक्षा में वैकल्पिक विषय के तौर पर कन्नड़ साहित्य का पेपर दिया था. वॉलीबाल उनका प्रिय खेल है.