उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी की रहने वाली Tanisha फैशन इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में जुटी हैं. एक तरफ जहां वे मॉडलिंग में हाथ आजमा रही हैं वहीं दूसरी तरफ फैशन डिजाइनिंग से भी वो अपने भविष्य का लंबा सफर तय करना चाहती हैं. दिल्ली के पर्ल फैशन एकडेमी में फैशन डिजाइनिंग की ग्रेजुएट तनिशा छोटी उम्र में कई उपलब्धियां हासिल कर ली है.
18 साल की Tanisha जब वो 12वीं क्लास की स्टूडेंट थी तो हल्द्वानी में मिस कुमाऊं प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. सभी प्रतिभागियों में वो उम्र में सबसे छोटी थी लेकिन मिस कॉंफिडेंट का खिताब जीतने में कामयाब रही. तनिशा बताती है यही उसकी जिंदगी का एक टर्निंग पॉइंट रहा जहां से उसे आत्म विश्वास आया कि उसकी आगे की दुनिया फैशन मॉडलिंग ही है.
पांच फुट नौ इंच की Tanisha जब दिल्ली, पढ़ाई के लिए पहुंची, उसी दौरान अपने इंस्टीच्यूट के जरिये रैंप शो में जाना हुआ. वे बताती हैं कि सबसे बड़ी उपलब्धि तब मिली जब उन्हें 2017 के रिपब्लिक डे परेड परेड में खादी इंडिया की झांकी में मॉडलिंग करने का अवसर मिला. करीब 15 दिन के अभ्यास के बाद जब वो राजपथ से गुजरी तो वो रोमांच वो आत्म विश्ववास देश के लिए कुछ कर गुजरने जैसा था. वे बताती हैं कि इस आयोजन के बाद जब वे राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलीं तो उन्हें बहुत खुशी और गर्व का अनुभव हुआ.
उनका कहना है मॉडल होने लिए ये जरूरी नही कि शक्ल या नैन नक्श सुंदर हो, जरूरी है आत्म विश्वास और एटीट्यूट. वे बताती हैं कि जब वो फैशन की दुनिया मे आई तो बहुत से लोगों ने कहा कि ये फील्ड अच्छा नही है गलत लोगो की संगत हो सकती है, लेकिन मैंने एक ही बात अपने अभिभावकों से सीखी कि जब तक आप सही है कोई आपके पास फटक नही सकता. सही-गलत क्या है आपको पता होना चाहिए. तनिशा का कहना है कि अपने परिवार से हर बात शेयर करे लगातार बातचीत करते रहे तो किसी तरह की मुश्किल आने पर आपका परिवार आपके साथ खड़ा रहता है.
तनिशा पिछले एक साल में तिहाड़ जेल के कैदियों के बनाए कपड़ों को पहनकर रैंप शो कर चुकी है. आईआईटी कानपुर, निफ्ट मुंबई के फेस्ट शो में अपने रैंप शो कर चुकी है साथ ही एक दर्जन से ज्यादा कंपनियों के विज्ञापन शूट कर चुकी है. उनका अगला लक्ष्य लैक्मे फैशन में प्रतिभागी बनने का है जिसकी वो तैयारी कर रही है. उनका कहना है कि पर्ल एकेडमी की क्रिएटिव टीम और वहां की फैक्लटी का एक बड़ा योगदान उनके कैरियर से जुड़ा हुआ है.