प्रिया शांडिल्य:
दिल्ली यूनिवर्सिटी का Ramjas college जो इसी साल फरवरी में राष्ट्रवादी मुद्दों को लेकर चर्चा में आया. जेएनयू के उमर खालिद और शेहला राशिद को रामजस में एक प्रोग्राम के लिए आमंत्रित करने के कारण वामपंथी और दक्षिणपंथी छात्र एक-दूसरे से भिड़ गए थे. जाने-अंजाने यह कॉलेज बेशक बहस और विरोध का अखाड़ा बन गया लेकिन उसके सुनहरे कल ने उसके आज को अब भी कायम रखा है. रामजस डीयू के नार्थ कैंपस का एक ऐसा प्रतिष्ठित कॉलेज है जहां एडमिशन लेने के लिए मारा-मारी रहती है.यहां का बीकॉम, इकोनॉमिक्स और हिस्ट्री ऑनर्स कोर्स काफी पॉपुलर है और इसका कट ऑफ बहुत ज्यादा होता है.
“ज्ञान की कोई तुलना नहीं” सिद्धांत के साथ ही रामजस कॉलेज ने अपने सौ साल पूरे किये. महान शिक्षाविद राय केदार नाथ ने 1917 में इस कॉलेज को बनाया. इसकी शुरुआत दरियागंज के एक छोटे परिसर में हुई थी लेकिन आज इस कॉलेज का बड़ा कैंपस है. उसके पश्चात् दूसरे विश्व युद्ध छिड़ने की वजह से रामजस कॉलेज आनंद पर्वत (कला पहाड़) पर शिफ्ट किया गया और अंत में रामजस को दिल्ली के नार्थ कैंपस में लाया गया.
कॉलेज की खासियत
कॉलेज पढ़ाई के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और क्रिएटिविटी को बहुत अहमियत देता है. रामजस पूरे डीयू में अपने उम्दा एकेडमिक और खेल सुविधाओं के लिए मशहूर है. यहां स्टूडेंटस को लाइब्रेरी, सेमिनार रुम, हॉस्टल, मेडिकल, स्पोर्टस और प्लेसमेंट सेल की सुविधा मिलती है. यहां सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को समझने के लिए छात्रों को पूरे मौके दिए जाते हैं. हां पढ़ाई में अच्छा करने के लिए यहां के कुछ नियम बेहद कड़े हैं. इंटरनेशनल एजुकेशन को समझने वालों के लिए कॉलेज में सेंटर ऑफ इंटरनेशन एजुकेशन भी है.
Ramjas college का स्वर्णिम इतिहास कॉलेज ऑडिटोरियम गेट के पास बने पट्टिका जिसपर रामजस के बहादुर छात्रों का नाम अंकित है बयां करता है. आज़ादी के लिए जब पूरा देश एकजुट था तब रामजस के छात्र भी उसमें शामिल थे. चंद्र शेखर आज़ाद को पाकिस्तानी सिख छात्र के तौर पर रामजस के स्टूडेंटस ने अपने हॉस्टल में कई महीनों तक छिपाकर रखा. रामजस आज़ादी के वक़्त का वो कॉलेज है जो कई मुद्दों पर बहस करने और रणनीति बनाने का गढ़ बना.
नंबर वन है Ramjas college का हिस्ट्री और साइंस डिपार्टमेंट
रामजस कॉलेज हिस्ट्री और साइंस विभाग के लिए डीयू में बेस्ट माना जाता है. यहां का हिस्ट्री और साइंस डिपार्टमेंट चुनिंदा लोगों के समूह से बना है. बेहतरीन फैकल्टी होने के कारण दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों के बच्चे भी रामजस की ओर आकर्षित होते हैं. Ramjas college में अंडर ग्रेजुएट के 18 कोर्सेज, पोस्ट ग्रेजुएट के 18 कोर्सेज, 26 ऐड-ऑन कोर्सेज तथा 6 फॉरेन लैंग्वेज की पढाई होती है. हिस्ट्री में रामजस में कट-ऑफ मार्क्स 97 हैं जो कि अन्य कॉलेजों कि तुलना में कहीं ज्यादा है.
ब्लाइंड स्टूडेंटस के लिए ऑडियो-रिकॉर्डिंग डिवाइस की सुविधा है जिसे एंजेल कहा जाता है. दिव्यांग बच्चों को यहां उन्हें अन्य नॉर्मल बच्चों की तरह ही समझा जाता है. उनके लिए कोई अलग क्लास नहीं लगायी जाती.