प्रियंबदा सहाय:
देश में डेंगू और चिकनगुनिया का क्या कम क़हर था कि अब जीका का नाम भी इसमें शामिल हो गया है. एडीस मच्छर के जरिए फैलने वाले zika virus के लक्षण गुजरात के तीन मरीजों में पाए गए हैं. मूल रुप से अफ्रीका से दुनिया के दूसरे देशों में फैले इस वायरस को लेकर WHO ने इमरजेंसी एलर्ट जारी किया है. कई देशों ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे अभी प्रिग्नेंसी को प्लान नहीं करें क्योंकि उनके आने वाले बच्चे को जीका वायरस से संक्रमित होने का खतरा है.
प्रेगनेंट महिलाओं के लिए ख़तरनाक जीका
कई देशों ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि जीका वायरस के बारे में और पड़ताल होने तक परिवार बढ़ाने की अपनी योजना को थोड़ा आगे बढ़ा लें. zika virus की वजह से प्रिग्नेंट महिलाओं को कई तरह की दिक्कत हो सकती है. इस दौरान गर्भपात तक हो सकता है या बच्चा समय से पहले पैदा हो सकता है. ऐसे बच्चे के आंखों में समस्या हो सकती है. हालांकि फिलहाल इस बात के कोई सबूत नहीं है कि अगर किसी को जीका हुआ था तो आने वाले दिनों में उसे प्रिग्नेंट होने में परेशानी हो सकती है.

अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल कहता है कि जीका वायरस खून में काफी दिनों तक यानी क़रीब एक हफ्ते तक जिंदा रहता है. सेक्स करने पर यह दूसरे साथी में प्रवेश कर सकता है. WHO ने लोंगों को सलाह दी है कि अगर वो जीका प्रभावित इलाकों से आ रहे हैं तो सेफ सेक्स करें. बेहतर हो तो आठ हफ्ते तक सेक्स नहीं करें.
दरअसल जीका वायरस बड़ी तेजी से महामारी के तौर पर फैल रहा है. इस बीमारी को लेकर लोगों को बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है. ध्यान देने वाली बात यह है कि डेंगू और चिकनगुनिया जैसे लक्षणवाले इस बीमारी से निबटने के लिए दुनिया में अब तक कोई वैक्सीन नहीं बना है, इसलिए WHO ने प्रिग्नेंट महिलाओं को सलाह दी है कि वो जीका वायरस से प्रभावित इलाकों में न जाएं.
जीका के लक्षण
आम तौर पर जीका वायरस से ग्रस्त महिला के बच्चे के हेल्थ पर इसका प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है. जीका वायरस मच्छर से फैलता है और बुखार आने, जोड़ों में दर्द होने, आंखें लाल होने और शरीर पर लाल निशान हो जाना सामान्य लक्षण है. अब तक दुनिया के 67 देशों में यह रोग पाया गया है. जीका वायरस के शिकार पांच में से एक मरीज की मौत होती है. जीका के मरीज को ढेर सारा पानी पीने और आराम करने की सलाह दी जाती है. इसके मरीजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती गर्भ में पल रहे बच्चे को सुरक्षित रखने की होती है. इसका वायरस गर्भ में पल रहे बच्चे को माइक्रोसेफाली नाम की बीमारी का शिकार बनाता है.
कैसे फैलता है zika virus?
Zika virus एडीस मच्छर से फैलता है. इन्हीं मच्छरों से डेंगू और चिकनगुनिया के वायरस भी फैलते हैं. एडीस मच्छर पूरे एशिया में पाया जाता है. कनाडा और चिली के ठंडे इलाकों को छोड़ दें तो ये उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के कमोबेश सभी देशों में पाए जाते हैं.
इससे बचने के लिए क्या करें?
फिलहाल Zika virus का कोई इलाज नहीं है. ऐसे में इससे बचने के उपाय करना ही जीका से निपटने का एकमात्र तरीका है.
घर और उसके आसपास मच्छर मारने वाली दवाओं का इस्तेमाल करें.
पूरा बदन ढंकने वाले कपड़े पहनकर रहें.
खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें.
एडीस मच्छर बहुत दिनों से जमा पानी में अंडे देती है, इसलिए बाल्टी या किसी और बर्तन या गड्ढे में पानी जमा नहीं होने दे.