संयोगिता कंठ:
आज Mother’s Day है. आज हर कोई अपनी मां को याद कर रहा है और अपने-अपने तरीके से उनके लिए भावनाओं का इजहार भी कर रहा है. मां चाहे जैसी भी वह हर हाल में अपने बच्चे को प्यार करती है और सुरक्षा देती है. ऐसी ही कुछ Powerful Politician Moms का हम जिक्र कर रहे हैं जो अपने बच्चों के लिए एक मजबूत स्तंभ की तरह खड़ी रहती हैं.
1-Sonia Gandhi-
मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य और Powerful Politician Moms की बात करें तो सबसे पहले जिक्र सोनिया गांधी का आ ही जाता है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने अपनी राजनीतिक विरासत अब राहुल गांधी को सौंप दी है.
अपनी छत्रछाया में वे जहां कांग्रेस पार्टी को संभालती रहीं वहीं उन्होंने राहुल गांधी को यह जिम्मेदारी संभालने का प्रशिक्षण दिया. पार्टी कार्यकर्ताओं की लंबी और पुरानी मांग को दरकिनार करते हुए उन्होंने तब तक राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नहीं बिठाया जब तक कि वे इस बात के लिए निश्चिंत नहीं हो गई वे अब इस दायित्व को संभालने के लिए तैयार है.
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सोनिया एक Protective Mother मानी जाती हैं. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद वे अपने बच्चों राहुल और प्रियंका के साथ साए की तरह रहीं. 16 दिसंबर 2017 को राहुल गांधी की ताजपोशी कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष के तौर पर हो गई तो सोनिया ने पार्टी में अपनी सक्रियता कम कर दी है लेकिन राहुल और पार्टी को अपना मार्गदर्शन दे रही हैं.
2-Sushma Swaraj
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक ताकतवर राजनेता होने के साथ-साथ अपने परिवार के लिए पूर्ण रुप से समर्पित स्त्री हैं. अपनी बेटी बांसुरी स्वराज के साथ उनके रिश्ते बेहद सहज और सामान्य मां-बेटियों की तरह है.
सुषमा स्वराज और उनके पति स्वराज कौशल की एक बेटी हैं बांसुरी. सुषमा श्रीकृष्ण को अपना इष्ट देव मानती हैं और श्रीकृष्ण की प्रिय वस्तु पर अपनी बेटी का नाम रखना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने बेटी का नाम ‘बांसुरी’ रखा.
वे चाहे अपने राजनीतिक कामों में कितना भी व्यस्त रहें बेटी के लिए वक्त निकालना नहीं भूलतीं. बांसुरी स्वराज ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं और भारत के सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट की क्रिमिनल लॉयर हैं.
आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज दिलाने में मदद को लेकर सुषमा स्वराज विरोधियों के निशाने पर गई थीं.तथ्य में यह बात सामने आया कि बांसुरी स्वराज ललित मोदी की लीगल टीम में शामिल थीं. इस बात को लेकर विपक्ष ने खूब हंगामा मचाया था पर सुषमा मजबूती से अपनी बेटी के साथ खड़ी रहीं.
3-Rabdi Devi
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री रहीं और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी को तो उनके परिवार का बहुत मजबूत स्तंभ माना जाता है. वे जहां मुश्किल की हर घड़ी में अपने पति लालू यादव के साथ खड़ीं रही वहीं कठिन दौर में अपने बच्चों को भी बहुत जिम्मेदारी से संभाला.
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एक ताकतवर राजनीतिक घराने से होते हुए भी राबड़ी देवी ने अपने बच्चों का ध्यान वैसे ही रखा जैसा आम मांए रखती हैं. सात बेटियों और दो बेटों की मां राबड़ी देवी चारा घोटाले में लालू यादव के हर बार जेल जाने के बाद अपनी पारिवारिक और राजनीतिक जिम्मेदारियों का बखूबी पालन करती रहीं.
लालू यादव जब-जब जेल गए राबडी़ ने परिवार और पार्टी की कमान मजबूती से संभाल ली. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और घर में बच्चों के सहयोग से वे दोनों जगह अपनी भूमिका का निर्वाह करती रहीं. लालू यादव चारा घोटाले में जब जेल गए तो राबड़ी देवी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बना गए.
4-Maneka Gandhi
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बहू, संजय गांधी की पत्नी और मौजूदा महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को कौन नहीं जानता? केंद्रीय मंत्री होने के साथ-साथ Animal Rights Activist के तौर पर भी उनके एक बड़ी पहचान है.
मेनका गांधी के पति संजय गांधी 1980 में कांग्रेस के टिकट पर अमेठी लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए लेकिन पांच महीने बाद एक Air Crash में उनकी मृत्यु हो गई.
मेनका और संजय गांधी के बेटे हैं वरुण गांधी. संजय गांधी की मौत के बाद मेनका ने मां-बाप दोनों की जिम्मेदारी निभाई और वरुण गांधी की परवरिश की. मां की तरह वरुण गांधी भी भारतीय जनता पार्टी में हैं और सुल्तानपुर लोकसभा सीट से पार्टी के सांसद है.
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