लखनऊ का कैप्टन मनोज पांडेय देश का पहला ऐसा Sainik School बना है जिसने अपने दरवाजे लड़कियों के लिए भी खोल दिए हैं. लखनऊ के इस सैनिक स्कूल में अगले साल 2017-18 सत्र से बेटियों को भी एडमिशन मिलेगा. अब तक कई मायने में विशेष रह चुका स्कूल अब को-एजुकेशन की शुरुआत करके एक इस दिशा में एक कदम और बढ़ा करा है. एडमिशन के लिए 25 सितंबर से नए सत्र के लिए फॉर्म जारी हो जाएंगे.
एडमिशन के लिए फॉर्म ऑनलाइन मिलेगा. एडमिशन टेस्ट के लिए फार्म स्कूल की वेबसाइट www.upsainikschool.org पर उपलब्ध होगा. फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 31 अक्तूबर है. लड़कियां क्लास 9th से एडमिशन ले सकेंगी. आवेदन के लिए न्यूनतम उम्र सीमा साढे 12 और अधिकतम 14 साल रखा गया है.
एडमिशन के लिए तीन लेवल पर टेस्ट होगा. जिसमें इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट भी शामिल है. इंट्रेंस एक्जाम राज्य के नौ सेंटर पर संचालित किया जाएगा. एडमिशन मेरिट लिस्ट के आधार पर मिलेगा, जिसके बाद चार साल तक इन्हें सेना की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी.
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1960 में लखनऊ में इस स्कूल की स्थापना हुई थी इसके बाद से अब तक इस स्कूल से पढ चुके 1500 स्टूडेंट सेना के तीनों अंगो में चयनित हो चुके हैं. वैसे तो अब तक पूरे देश में 25 सैनिक स्कूल खोले गए ,लेकिन इन स्कूलों में पढने के अधिकार से बेटियों को महरुम रखा गया था. इस दिशा में यूपी के सैनिक स्कूल में लड़कियों को एडमिशन देने की शुरुआत करना बहुत बड़ा कदम माना जा सकता है
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यूपी का सैनिक स्कूल ही एकमात्र ऐसा संस्थान है जो राज्य सरकार के अधीन है. बाकी 24 संस्थान पर रक्षा मंत्रालय का नियंत्रण है. अब जबकि केंद्र सरकार बेटियों को आगे बढाने के की कोशिश में जुटी है और रक्षा मंत्रालय की कमान भी एक महिला मंत्री के हाथों में है तो ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि यूपी सरकार की तरह अन्य सैनिक स्कूलों के दरवाजे भी बेटियों के लिए खोल दिए जाएंगे.