संयोगिता कंठ:
आजकल रिश्तों के मायने बदल गए हैं. अब रिश्तों में पैसों ने जबरदस्त घुसपैठ कर ली है. फिर बात जब Life Partner के चुनाव की आए तो यहां सबकी नजर इस बात पर रहती है कि उसकी जेब कितनी भारी है?
क्या आपके लिए भी यह बात महत्त्वपूर्ण है कि आपके जीवनसाथी का आर्थिक हैसियत कैसी है? हो सकता है कि आपके लिए यह बात उतनी मायने नहीं रखती हो कि आपके Life Partner की आय क्या है या वे कितना कमाते हैं, आप तो बस उनके गुणों की कायल है.
लेकिन University of Arizona की एक रिसर्च में जो बात सामने आई है उसके मुताबिक युवाओं के लिए अब रिश्तों का आधार बदल गया है. जीवसाथी का चुनाव करते समय पहले जहां उसके स्वभाव, गुण और परिवारिक संस्कारों को तवज्जो दी जाती थी वहां अब आर्थिक हैसियत को ध्यान में रखा जाने लगा है.
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शोध के मुताबिक अब जीवसाथी की आर्थिक हैसियत से ज्यादा जरुरी कुछ और नहीं. औसतन 24 की आयु वर्ग के 504 लोगों पर किए गए अध्ययन के आधार पर यह नतीजा निकाला गया है. यह शोध Journal of Family and Economic Issues में प्रकाशित हुआ है.
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि आज के युवाओं के लिए यह बात बहुत ज्यादा मायने रखती है कि वे जिनके साथ रिश्ते में है या शादी करने वाले हैं उनकी जेब कितनी भारी है?
यह रिश्ता आगे चलकर क्या रुप लेगा या आगे का उनका कितना किस तरह का होगा यह जीवनसाथी की आर्थिक हैसियत पर निर्भर करता है. लोग साथी की आर्थिक हैसियत देखकर रिश्ते को आगे बढ़ाने पर फैसला लेने लगे हैं.