दाल-चावल, सब्जियों और मसालों के मिश्रण से तैयार खिचड़ी को स्वास्थय के लिहाज से बहुत पौष्टिक माना जाता है. आप इसे अक्सर बनाती भी होंगी. बड़े तो कभी-कभार इसे बड़े चाव से खा लेते हैं, लेकिन बच्चों को खिचड़ी के नाम से चिढ हो जाती है. लेकिन शायद अब वे ऐसा नहीं कर पाएंगे क्योंकि खिचड़ी को अब भारत के National Food का दर्जा देने की तैयारी हो रही है. जाहिर है अपने देश का National Food खाने में भला किसे हर्ज होगा?
खिचड़ी को ब्नांड इंडिया फूड के तौर पर प्रमोट करने के लिए इसे नेशनल फूड के तौर पर मान्यता देने के लिए 4 नवंबर को इसका ऐलान किया जा सकता है. दिल्ली में 3 नवंबर से ‘विश्व खाद्य भारत’ प्रदर्शनी एवं सम्मेलन की शुरुआत हो रही है. जो 5 नवंबर तक चलेगा. खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय 4 नवंबर को इस इवेंट को मेगा इवेंट के तौर पर मनाने जा रहा है.
MUST READ: ये 5 उपाय करें, बच्चे अब नहीं मागेंगे FAST FOOD
इंडिया गेट लॉन पर शेफ संजीव कपूर की अगुवाई में 800 किलो खिचड़ी बनाई जाएगी. संजीव कपूर इस इवेंट के ब्रांड एंबेस्टडर है. इतनी खिचड़ी बनाने के लिए 1000 लीटर क्षमता और 7 फीट व्यास वाला बर्तन का इस्तेमाल होगा. इतनी खिचड़ी एक साथ बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी हो रही है.
इतनी खिचड़ी तैयार करने के लिए 50 लोग रहेंगे. इसे धीमी आंच पर पकाया जाएगा. बताया जा रहा है कि इतनी खिचड़ी बनने में 4-5 घंटे का समय लग सकता है.
MUST READ: कैसी हो बच्चों की DIET?
खिचड़ी को नेशनल फूड का दर्जा दिलाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने केंद्र को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसे केंद्र ने मान लिया. जिसके बाद खिचड़ी को औपचारिक रुप से “Indian Cuisine” का दर्जा मिल सकता है. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने को इसकी जानकारी देते हुए कहा, ‘गुरु पर्व के दिन यह आयोजन होगा और इसमें तैयार खिचड़ी विदेशी मेहमानों के साथ साथ गरीबों में भी बांटी जाएगी.
इस प्रयास का मकसद खिचड़ी को ब्रांड इंडिया खाद्य के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय बनाना और लोगों में भारतीय खाद्य उत्पादों के प्रति रुचि पैदा करना है. यानी घर-घर में बनने वाली पोषक खिचड़ी को अब अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिलेगी.
महिलाओं से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे… Video देखने के लिए हमारे you tube channel को subscribe करें