फ्रीडा सिल्वेस्टर:
आमतौर पर हमारी सोसायटी में गर्भ रोकने या गर्भ धारण की ज़िम्मेदारी महिला की मानी जाती है और पुरुष खुद को सिर्फ़ सेक्स तक सीमित रखता है यानी अक्सर मर्दों को इससे होने वाले नतीज़ों की परवाह नहीं होती. शायद यही वजह है कि सेक्स के दौरान पुरुष कंडोम के इस्तेमाल पर ज़्यादा ज़ोर नहीं देता. इसलिए ज़रुरी है कि सुरक्षित सेक्स के लिए महिलाएं कंडोम का इस्तेमाल करें, लेकिन महिलाएं कंडोम को लेकर हमेशा उलझन में रहती हैं कि उन्हें इसका उपयोग करना चाहिए कि नहीं.
Female condoms का इस्तेमाल प्रेग्नेंसी से बचने और यौन रोगों का जोखिम कम करने के लिए किया जाता है. ज़्यादातर दवा की दुकानो और सुपर मार्केट्स में यह उपलब्ध होता है. एक बार आजमाने पर यह इस्तेमाल में कठिन नहीं है. यदि सही तरीके से उपयोग किया जाये, तो करीब 95 फीसदी सुरक्षा की गारंटी इससे मिल जाती है. साथ ही गर्भ निरोधक गोलियों और दूसरे साधनों के साइड इफेक्ट्स से भी बचा जा सकता है.
Female condoms का इस्तेमाल उन महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है जिनका वजाइना ज़्यादा ड्राय होता है. दरअसल महिला कंडोम में पहले से ही चिकनाई होती है, उनमें सिलिकोन आधारित स्परमिसिडिल रहित चिकनाई होती है, लेकिन कई बार जरूरत होने पर बेबी ऑयल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
पुरूष कंडोम की ही तरह महिला कंडोम को भी दोबारा यूज में नहीं लिया जा सकता .आमतौर पर इसकी एक्सपायरी पांच साल होती है . कई बार पुरुषों को रबर से एलर्जी होने के कारण वो कंडोम का इस्तेमाल नहीं कर पाते. इसे लैटेक्स की जगह पॉलीयुरथेन से बनाया जाता है,इसलिए अगर पार्टनर को पुरूष कंडोम से एलर्जी है तो उसकी साथी महिला कंडोम लगाकर सुरक्षा बरत सकती है.
Female condoms के फायदे:
Female condoms लेनें के लिए डॉक्टर के पर्चे की आवश्यकता नहीं होती, इसलिए ये आसानी से उपलब्ध है.
यह महिलाओं को यौन संक्रमण से बचाने में मददगार साबित होते हैं
जन्म रोकने वाली गोली की अपेक्षा इसका महिलाओं के प्राकृतिक हार्मोन्स पर कोई असर नहीं होता .
पुरुष कंडोम की तरह सिर्फ इरेक्शन के वक्त लगाने की हड़बड़ी नहीं होती. इसे सेक्स से कुछ घंटों पहले भी लगाया जा सकता है और कंडोम लगाये हुये भी आप बाथरूम का उपयोग कर सकती हैं.
नुकसान:
इससे जलन होने की आशंका हो सकती है.
सेक्स के दौरान यह वेजाइना के भीतर सरक सकता है. इसे लगाना, खासतौर से पहली बार कठिन हो सकता है.
कोई एक ही पाटर्नर कंडोम का इस्तेमाल करे वरना एक या दोनों ही कंडोम फट सकते हैं .
विशेषता
यह लम्बी पोलीस्थ्रेन की थैली होती है. यह अनचाहे गर्भ से बचाने के लिए कारगर है.
यह दोनों किनारों से लचीला होता है,साध ही महिला कंडोम में पहले से ही सिलिकोन आधारित चिकनाई लगी रहती है.