क्या आपको भी बार-बार HAIR COLORING की आदत, साल में 5 बार से ज्यादा क्यों नहीं करें ऐसा?

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उम्र बढ़ने या किसी और वजह से बालों का सफेद होना एक आम बात है. अब तो बच्चों के बाल भी सफेद होने लगे हैं. ऐसे में सफेद बालों को छुपाने के लिए Hair Coloring करना जरुरी हो जाता है.




क्या आपको भी Hair Coloring करना पड़ता है या इसकी आदत लग गई है? तो जान लीजिए कि बार-बार बालों को रंगों सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक है.




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आपको रंगीन बाल भले ही कितने भी ज्यादा पसंद क्यों नहीं है  पर सेहत के लिहाज से ऐसा करना ठीक नहीं है. लंदन में हुए एक स्टडी के मुताबिक बहुत जल्दी-जल्दी बेहद कम अंतराल पर बाल रंगने की आदत से महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका 14 फीसदी ज्याद बढ़ जाती है.




शोधकर्ताओं के अनुसार महिलाओं को साल भर में 5 बार से ज्यादा अपने बालों को नहीं रंगना चाहिए. यह सही है कि शोधकर्ताओं की सलाह उन महिलाओं के लिए परेशानी और चिंता का कारण बन सकती है जिनके बाल पूरी तरह सफेद हो चुके हैं और उन्हें छुपाने के लिए  Hair Coloring ही एक उपाय है.

सफेद बालों को छुपाने के लिए अक्सर महिलाओं को हर तीन से चार सप्ताह में अपने बालों को रंगना पड़ता है. कलर लंबे समय तक बालों पर नहीं रहते हैं. एक-दो हप्ते बाद ही फिर से सफेद बाल दिखने लगते हैं.

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वहीं दूसरी तरफ युवाओं में बालों को लाल-पीले, ब्लू और हरे रंग में रंगने का चलन तेजी से बढ़ा है. लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि उनका यह यह शौक उनकी सेहत के लिए चिंता का विषय भी बन सकता है.

अमेरिका और यूरोप में कई मामलों में देखा गया है कि जो लोग बालों को कलर करा रहे हैं उनमें कैंसर के लक्षण पाए गए. इससे यह साफ हुआ कि बालों को रंगना कैंसर का कारण भी बन सकता है. इसलिए बालों को रंगने से पहले अब सावधानी रखिएगा.

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