क्या भगवान शिव को अपने हर अवतार में Devi का साथ मिला है? Shiv Puran में तो ऐसा ही कहा गया है कि Devi हमेशा शिव के साथ अवतरित हुई हैं.
शिवपुराण के अनुसार शिव के दशावतारों में हर बार उनके साथ Devi भी अवतरित हुई हैं. शिवाशक्ति देवी मनोवांछा पूर्ण करने वाली है. शिव के दशावतार तंत्र शास्त्र से संबंधित है और अद्भुत शक्तियों को धारण करने वाले हैं.
शिव के दस अवतारों में प्रथम है महाकाल, दूसरा है तार. इनकी शक्ति तारा भस से मुक्ति देने वाली और सेवकों को सुख देने वाली हैं.
तीसरे अवतार बाल भुवनेश की शक्ति बाला भुवनेश्वरी सज्जनों को सुख प्रदान करने वाली है. चौथा अवतार षोडश श्रीविद्येश है. इसकी शक्ति षोडशी श्रीविद्या भोग और मोक्ष, दोनों देने वाली है.
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दशावतारों में पांचवा अवतार है काल भैरव, जिसकी शक्ति भैरवी गिरिजा हैं. छठा अवतार छिन्नमस्तक कहलाता है. इस अवतार की शक्ति छिन्नमस्ता है.
झारखंड के रांची के पास स्थित छन्नमस्तिका मंदिर प्रसिद्ध शक्तिपीठ है. शिव का सातवां अवतार धूमवान कहलाता है. इसकी शक्ति धूमावती हैं.
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आठवां अवतार बगलामुख की शक्ति बगलामुखी हैं. वे महान आनंददायिनी हैं. नवें शिवावतार मातंग की शक्ति शर्वाणी है. वे सभी अभिलाषाओं को पूर्ण करने वाली है. दसवें अवतार कमल के साथ कमला देवी अवतरित हुई थीं जो भक्तों को सर्वथा पालन करती हैं.
(साभार-दैनिक भास्कर)
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