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school uniform of keral school
school uniform of keral school

कविता सिंह:

केरल से जुड़ा एक नया मामला सामने आ रहा है जिसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी गुस्सा फूट पड़ा है. मामला केरल के सेंट अलफोंसा पब्लिक स्कूल में लड़कियों की school uniform का. एक व्यक्ति ने इसी स्कूल की तीन छात्राओं की यूनिफ़ॉर्म में फोटो शेयर करते हुए आपत्ति जताई है और इसे वल्गर करार दिया है. देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गई और लोगों के बीच बहस छिड़ गई. 




क्या है इस school uniform में…

आमतौर पर स्कूलों में लड़कियों की स्कर्ट की ऊंचाई या लम्बाई कम या ज्यादा होने के कारण विवाद होते हैं पर इस बार बात कुछ और है. तस्वीरों में लड़कियां स्कर्ट नहीं सलवार सूट की तरह ही कुर्ता और पायजामा पहनी हुई दिखाई दे रही हैं लेकिन इसपर दुपट्टे की जगह उन्होंने हाफ जैकेट पहनी है जो कि चोली की तरह नजर आ रही है, बस यही बहस का मुद्दा बन चुका है. लोग स्कूल प्रशासन को कोस रहे हैं कि कैसे उन्होंने लड़कियों के लिए ऐसी ड्रेस पास कर दी जो कि देखने में भड़काऊ लग रही है.




इस पर स्कूल का तर्क है कि तस्वीरों में जैसी ये ड्रेस दिखाई दे रही है, असल में वैसी है नहीं, इसे फोटोशॉप कर दिया है और ये उन्हें बदनाम करने की साजिश है. मामला इतना बढ़ता देख अपने लड़कियों के अभिभावक भी school uniform चेंज करने की मांग कर रहे है.

केरल अक्सर महिलाओं के पहनावे या उनके खिलाफ अजीबोगरीब फरमान सुनाये जाने के कारण चर्चा में रहा है. 




-पिछले महीने ही केरल के कन्नूर जिले में नीट एग्जाम देने आई छात्राओं ने आरोप लगाया था कि जबरदस्ती इनरवियर चेक किया और जींस उतारने को मजबूर किया गया. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मेटल डिटेक्टर से स्कैनिंग के वक्त पिन और बटन होने के कारण बीप कर रहा था. इस हरकत पर लोगों ने नाराजगी जताई थी.

-सोशल मीडिया पर इसी साल फरवरी में केरल के एक पादरी का वीडियो वायरल हो हुआ था, जिसमें वह कहते सुनाई दे रहे थे कि उन महिलाओं को समुद्र में डुबा देना चाहिए जो जीन्स, टी-शर्ट, शर्ट पहनती हैं. वीडियो में वह दावा करते हैं कि ऐसी महिलाएं पुरुषों को पाप के लिए उकसाती हैं. महिलाओं को समुद्र में डुबा देने की सलाह देते हुए वह कहते हैं, ‘ बाइबल कहता है कि जो आपको पाप के लिए उकसाता है आप उनके शरीर को पत्थर से बांध कर उन्हें गहरे समुद्र में डुबा दें.’

-पिछले साल अक्टूबर में खबर आई थी कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में लड़कियों के जींस, लैगिंग्स और आवाज करने वाले गहने पहने पर रोक लगा दी. लड़कियों से कहा गया कि वे फॉर्मल ड्रेस में आएं. खासतौर पर चूड़ीदार ड्रेस या साड़ी में. उनके बाल बंधे होने चाहिए. 

-राज्य के किसी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में पहली बार खास तरह की पाबंदी वाला ड्रेस कोड पहली बार लागू नहीं किया गया था. पिछले साल की शुरुआत में कोझिकोड के एक कॉलेज कैम्पस में भी लड़कियों के जींस पहनने पर पाबंदी लगाई गई थी.

 

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