प्र्तिभा ज्योति:
बिहार के युवा पत्रकार Nikhil Jha ने अपने नाम के साथ अपनी मां का नाम जोड़ लिया है. उन्होंने अपना सरनेम बदलकर मां का नाम ‘आशा’ रख लिया है. इस युवा पत्रकार ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है-
मैं अपना टाइटल छोड़ रहा हूं आज से. मुझे ‘झा’ के वंशज के रूप में नहीं बल्कि mother surname से जाना जाए. यह कार्य मैं काफी दिनों से करने का सोच रहा था. एक एफिडेविट डाल रहा हूं नाम बदलने के लिए. आप सभी मित्रों से आग्रह है मुझे Nikhil Jha की बजाय निखिल आशा नाम से पुकारें तो स्वयं को गौरवान्वित महसूस करूंगा. अपनी मां को भला मैं क्या दे सकता हूं लेकिन मां से उसका नाम उधार तो ले ही सकता हूं. क्योंकि मां तो मां है.
वुमनिया से बातचीत में निखिल आशा ने कहा कि अपने सरनेम की जगह mother surname रखने का विचार उन्हें बहुत दिनों पहले आया था. वे कहते हैं कि सरनेम लगाने से पुरुष के अंदर एक अंहकार पैदा होता है मैं उस अंहकार को हटाना चाहता हूं. पिता के नाम का टाइटल लगाकर पुरुष को अहं की तुष्टि मिलती है. मुझे कोई अहं नहीं है. मैं mother surname लगाकर गर्व महसूस कर रहा हूं. वे बताते हैं कि मेरी मां एक साधारण महिला थी लेकिन उसने मुझे समाज में सबके साथ मिलकर रहने के संस्कार दिए. मुझे उसके नाम और व्यक्तित्व से हमेशा प्रेरणा मिली है.
हालांकि Nikhil Jha के इस पोस्ट पर बहुत सारे लोगों ने कमेंट्स भी किए हैं. किसी ने पूछा है कि सरनेम तो हटाना तो ठीक है लेकिन क्या वे अपनी जाति से पीछा छुड़ा सकते हैं. वहीं किसी का कहना है कि क्या उनके बच्चे भी आशा सरनेम का इस्तेमाल करेंगे?