सेक्स को तो वैसे ही हमारी सोसायटी में टैबू माना जाता है, बात हरेक को करनी होती है, लेकिन दोहरापन और शराफत को ओढ़कर और अगर बात जिस्मानी रिश्तों में समलैंगिकता की आ जाए तो हंगामा जायज है वो भी लेस्बियन रिलेशनशिप. कुछ फिल्म निर्माताओं ने इस विषय पर फ़िल्में बनाने की कोशिश भी की, कुछ को स्क्रीन पर उतरने तक नहीं दिया, कुछ को लेकर बहुत विरोध हुआ .
रिश्तों के एहसास की ऐसी कहानी जिसके आगे हर रिश्ते की हद शायद खत्म हो जाती है. मोक्ष म्यूज़िक ने समलैंगिक रिश्तों पर एक म्यूज़िक विडियो “यारा वे” रिलीज़ किया है. यह नया विडियो एल्बम “यारा वे” शारीरिक रिश्तों का अजीब सा ताना-बाना है.
समलैंगिकता एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में सब जानना तो चाहते हैं, लेकिन बात करते समय लोगों के मुंह और दिमाग पर कुछ अजीब से सवाल, कुछ चुप्पी, कुछ रहस्य तो कुछ आकर्षण दिखता है, लेकिन आखिर हम सभ्य समाज के शरीफ आदमी है, इसलिए सिर्फ चुपके से देखते है. मोहन राकेश के अंधेरे बंद कमरों में जीती सोसायटी.
हम उस समाज में रहते हैं जहां सिर्फ एक ही तरह की रिश्ते को जाना जाता है आदमी और औरत का, लेकिन ऐसा नहीं है कि इसके आगे रिश्ते नहीं होते हैं. होते भी हैं और इसी सोसाइटी में बनते हैं, जिन्हें खुले तौर स्वीकार नहीं किया जाता लेकिन इनके बारे में बातचीत, गपशप हर घर में, सोसायटी के हर सर्किल में होती है.
समलैंगिकता भी एक ऐसा ही सब्जेक्ट है. यह अलग बात है कि पचास साल से भी ज़्यादा पहले मशहूर लेखिका इस्मत चुगताई ने इसी रिश्ते पर अपनी कहानी लिखी थी लिहाफ, उसके नाम की गर्मी अब तक महसूस की जाती है और इस्मत को ता ज़िंदगी इसकी तकलीफ रही कि उनके सारे काम को नज़रअंदाज़ करते हुए उन्हें सिर्फ़ लिहाफ से ब्रांड कर दिया गया.
हमेशा ही कुछ अलग करने वाले दिल्ली के मोक्ष म्यूज़िक के राज महाजन समलैंगिकता को अपने वीडियो में जनता के सामने लाये हैं. इस वीडियो में मेघा वर्मा, अजिता झा और करण धमीजा हैं.