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योग को देश से दुनिया भर में और कुछ खास लोगों, ऋषि-मुनियों, संतो से आम आदमी तक पहुंचाने वाले बाबा रामदेव अब ख़ासतौर से मल्टीनेशनल कंपनियों के बाज़ार के लिए ख़तरा बनते जा रहे हैं. महिलाओं के लिए प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी अब बाबा की कंपनी पंतजलि में बढ़ती जा रही है.

पतंजलि अब अपनी एग्रेसिव मार्केटिंग के ब्यूटी प्रोडक्ट्स, टूथपेस्ट, खुशबू वाले तेल, क्रीम, फेसवाश डिटरजेंट के साथ बाजार में है. महिलाओं को अपनी खूबसूरती बढ़ाने और घर और रसोई में काम आने वाली हर चीज़ पतंजलि ब्रांड पर मिल जाएगी और वो भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के पैकिंग और क्वालिटी के साथ. वे जल्दी ही महिलाओं के लिए खूशबू वाले तेल की नई रेंज लांच करेंगें.

पतंजलि आयुर्वेद का टर्नओवर एक साल में बढ़कर दोगुना से ज्यादा हो गया है. 2015-16 में यह पांच हज़ार  करोड़ रुपए था, जो 2016-17 में बढ़कर 10 हज़ार 651 करोड़ रुपए हो गया. टर्नओवर सुनकर विदेशी कंपनियों को कपालभाति करना होगा. 

बाबा ने कहा कि हमारे पास इस वक्त 30-40 हजार करोड़ रुपए सालाना की प्रोडक्शन कैपिसिटी है, अगले साल तक यह कैपेसिटी 60 हजार करोड़ तक होगी. हमारी नोएडा में यूनिट लगेगी, इसकी प्रोडक्शन कैपेसिटी 20-25 हजार करोड़ रुपए होगी और पतंजलि अगले दो साल में सबसे बड़ा स्‍वदेशी ब्रांड बन जाएगा. 

बाबा रामदेव का कहना है कि ‘1857 की लड़ाई हमने किसी हुक़ूमत के ख़िलाफ़ नहीं लड़ी थी बल्कि एक कंपनी के ख़िलाफ़ लड़ी थी. पतंजलि का संकल्प है कि विदेशी कंपनियों की आर्थिक लूट से देश को मुक्ति मिले. हम स्वार्थ के लिए नहीं परमार्थ के लिए काम कर रहे हैं. जो भी मुनाफा होगा देशहित में लगाएंगे.

जानिए, बाबा रामदेव की कंपनी के बारे में अहम बातें 

2016-17, पतंजलि का टर्नओवर 10561 करोड़ हुआ.

अगले दो साल में प्रोडक्शन कैपेसिटी 60 हज़ार करोड़ हो जाएगी.

दिव्य फ़ार्मेसी का टर्नओवर 870 करोड़ रहा

पतंजलि का मुनाफा 100 फ़ीसदी की दर से बढ़ रहा है

दंतकाति ने सालाना 940 करोड़ का व्यापार किया. जल्द ही सारे टूथपेस्ट का गेट बंद हो जाएगा. टूथपेस्ट के कारोबार में दंतकांति का 14 फ़ीसदी दखल.

केशकांति ने सालाना 825 करोड़ का कारोबार किया. आने वाले वक़्त में इसका दखल और बढ़ने वाला है.

बर्तन धोने वाले दूसरे साबुन भूतकाल में चले जाएंगे. पतंजलि ने बर्तन धोने के लिए राख और नींबू का इस्तेमाल कर विश्वास बार बनाया है.

पतंजलि आवासीय स्कूल खोलेगा जिसमें शहीद के बच्चे मुफ़्त में पढ़ेंगे. यह स्कूल एनसीआर में होगा.

पतंजलि का उत्तराधिकारी कारोबारी नहीं कोई सन्यासी होगा.

 

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