छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों को अब हर महीने होने वाले पीरियड्स में किसी तरह के टेंशन लेने की जरुरत नहीं. उन्हें स्कूलों में ही सैनटरी नैपकिन आसानी से मिल जाएगी. इसके लिए छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में शुचिता योजना के तहत टॉयलेस में वेंडिंग मशीनें लगाई जा रही हैं.
अक्सर यह देखने में आता है कि स्कूलों में टॉयलेट्स की कमी और पीरियड्स में कपड़ों के इस्तेमाल के कारण लड़कियां उन दिनों में स्कूल नहीं जाती हैं, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में कई बार इसी वजह से लड़कियां पढ़ाई तक छोड़ देती हैं.
इसी समस्या को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने शुचिता योजना की शुरुआत की हैं. राज्य के महिला और बाल विकास विभाग के सचिव सोनमणी बोरा का कहना है कि पहले दौर में ऐसे स्कूलों में वेंडिंग मशीनों लगाई जा रही हैं जहां लड़कियों की संख्या अधिक है
गर्ल्स स्टूडेंट्स के बीच इस योजना को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और लड़कियां वेंडिंग मशीन से नैपकिन ले रही है. सरकार का दावा है कि इस योजना की वजह से स्कूलों में लड़कियों की संख्या बढ़ रही हैं और वे छुट्टियां भी नहीं ले रहीं. लड़कियों में साफ-सफाई को लेकर भी जागरुकता बढ़ी है.